ऐसे 5 संकेत जो बताते हैं ब्लड शुगर बढ़ने और घटने की स्थिति का पता

ऐसे 5 संकेत जो बताते हैं ब्लड शुगर बढ़ने और घटने की स्थिति का पता

सेहतराग टीम

अक्सर सुनने को मिलता है कि अधिकतर लोगों को कभी-कभी चक्कर आने लगता है कमजोरी महसूस होती है। यही नहीं कभी कभार उनके हाथ पैर से पसीना छुटने लगता है। ऐसी स्थिति में अगर किसी को हो तो आपको तुंरत अंदाजा लगा लेना चाहिए कि उसका ब्लड शुगर नियंत्रित नहीं है। ब्लड शुगर का लेवल अगर 72 मिग्रा/डेली से नीचे चला जाए, तो इसे लो ब्लड शुगर कहते हैं। शरीर का सामान्य ब्लड शुगर लेवल 80-110 मिग्रा/डेली के बीच होता है और 90 मिग्रा/डेली को औसत ब्लड शुगर लेवल माना जाता है। डायबिटीज से पीड़ित अधिकतर लोग ब्लड शुगर की कमी के खतरे से अंजान होते हैं। अगर आप भी उनमें से एक हैं तो हम आपको ब्लड शुगर बढ़ने और घटने के ऐसे 5 संकेत बताने जा रहे हैं, जिसके जरिए आप आसानी से इस स्थिति का पता लगा सकते हैं।

पढ़ें- सुबह आधे घंटे की सैर डायबिटीज कंट्रोल करने में मददगार, इन 4 रोगों में भी असरदार

ब्लड शुगर बढ़ने और घटने के 5 संकेत (Sign of Increase or Decrease Blood Sugar in Hindi):

ब्लड शुगर नहीं जांचना

टाइप 2 मधुमेह से ग्रस्त लोग अक्सर आहार, एक्सरसाइज और दवा के साथ अपने ब्लड शुगर को नियंत्रित रख सकते हैं। लेकिन जब तक आप हर दिन मीटर के साथ अपने ब्लड शुगर के स्तर की जांच नहीं करते हैं, आपके पास सबसे सटीक परिणाम नहीं होंगे। डायबिटीज से पीड़ित कोई भी व्यक्ति अपने ब्लड शुगर की जांच करवा सकता है। इसके साथ ही जब आप अपने परिणामों की नियंत्रित जांच करते रहते हैं, तो आपके लिए अपने डॉक्टर को यह बता पाना आसान हो जाता है कि उपचार किस दिशा में जा रहा है।

सिर चकराना

चक्कर आना या सिर चकराना लो ब्लड शुगर या हाइपोग्लाइसीमिया का संकेत हो सकता है। आपके मस्तिष्क को कार्य करने के लिए ग्लूकोज की आवश्यकता होती है इसलिए ब्लड शुगर में कमी खतरनाक हो सकती है। ब्लड शुगर की कमी का अगर उपचार न किया जाए तो कभी-कभार जीवन के लिए यह खतरनाक साबित हो सकता है। एक गिलास फलों का रस आपके ब्लड शुगर को थोड़ी देर के लिए बढ़ा सकता है। लेकिन अगर आपको चक्कर आ रहे हैं तो अपने डॉक्टर से बात करें। आपको अपनी दवाओं या आहार को एडजस्ट करने की आवश्यकता हो सकती है।

बार-बार पानी पीना और पेशाब जाना

बार-बार प्यास लगना और लगातार पेशाब जाना आपके रक्त में अत्यधिक शुगर होने का संकेत दर्शाता है। चूंकि आपकी किडनी को शुगर को फिल्टर करने के लिए बहुत मेहनत करनी पड़ती है, ये आपके टिश्यू से अधिक मात्रा में फ्लूयड खींचता है, जिसके कारण आपको बार-बार बाथरूम जाने की जरूरत पड़ती है। प्यास आपके बॉडी का यह बताने का जरिया है कि आपको खोए तरल पदार्थ को फिर से भरने की जरूरत है। अगर आप अधिक मात्रा में तरल पदार्थ नहीं पीते हैं तो आप डिहाइड्रेशन का शिकार होंगे।

हाथों और पैरों का सूजना

अगर आपका ब्लड प्रेशर हाई होने के साथ-साथ आपको डायबिटीज भी है तो ये दोनों स्थितियां समय के साथ अपशिष्ट पदार्थों और द्रव को फ़िल्टर करने की किडनी की क्षमता को नुकसान पहुंचा सकती है। जैसे-जैसे आपके शरीर में पानी की मात्रा बढ़ती जाएगी, आपके हाथ और पैरों में सूजन आनी शुरू हो जाएगी, जो कि किडनी की बीमारी का एक संकेत है। आप डॉक्टर द्वारा सुझाई डायबिटीड और बीपी की दवाओं के जरिए अपनी किडनी की गतिविधियों को संरिक्षत कर सकते हैं। डाइट में बदलाव भी आपकी मदद कर सकता है। अपने ब्लड शुगर को नियंत्रित करने के लिए पोषण विशेषज्ञ के साथ काम करें।

थकान होना

थकान होना भी एक संकेत है कि आपका ब्लड शुगर आपके नियंत्रण में नहीं है। जब शुगर आपके शरीर की कोशिकाओं में जाने के बजाए आपके रक्तप्रवाह में रहेगा तो आपकी मांसपेशियों को ऊर्जा के लिए पर्याप्त ईंधन नहीं दे पाएगा। आप थोड़ी थकावट महसूस कर सकते हैं या फिर आप इतना थक जाते हैं कि आपको नींद लेने की जरूरत पड़ जाती है। डायबिटीज से पीड़ित लोगों को विशेषकर खाना खाने के बाद बहुत तेज नींद आती है।

इसेे भी पढ़ें-

कोरोना से मरने वाले डायबिटीज रोगियों में ऐसे मरीजों की मौत ज्यादा हुई

 

 

Disclaimer: sehatraag.com पर दी गई हर जानकारी सिर्फ पाठकों के ज्ञानवर्धन के लिए है। किसी भी बीमारी या स्वास्थ्य संबंधी समस्या के इलाज के लिए कृपया अपने डॉक्टर की सलाह पर ही भरोसा करें। sehatraag.com पर प्रकाशित किसी आलेख के अाधार पर अपना इलाज खुद करने पर किसी भी नुकसान की जिम्मेदारी संबंधित व्यक्ति की ही होगी।